छोटी दिवाली पर आटे का दीपक जलाने का महत्व
छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है। इस दिन यमदेव की पूजा की जाती है। यमदेव मृत्यु के देवता हैं। मान्यता है कि अगर इस दिन यमदेव के लिए आटे का दीपक जलाया जाए तो नरक से मुक्ति मिलती है। साथ ही यमराज की नजर आपके परिवार पर कभी न पड़े। ऐसे में हर किसी को अपने घर में यह दीपक जलाना चाहिए। इस दीपक को जलाने के बाद इसे घर के हर कोने में घुमाएं। इसके बाद इसे दक्षिण दिशा में रख दें। क्योंकि यह दिशा यम देव की मानी जाती है।
आटे का दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। यह दीपक घर को प्रकाश से भर देता है और अंधकार को दूर करता है।
Appointment
आटे के दीपक को कैसे जलाएं
आटे के दीपक को बनाने के लिए आपको आटा, पानी और तेल की आवश्यकता होगी। आटे को पानी में मिलाकर एक नरम आटा गूंथ लें। फिर इस आटे से दीपक का आकार बनाएं। दीपक में तेल भरें और एक बत्ती लगा दें। दीपक को घर के बाहर दक्षिण दिशा में रख दें।
Appointment
दिवाली का महत्व
दिवाली सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। दिवाली को अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। रोशनी का यह त्योहार पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस शुभ दिन पर धन की देवी लक्ष्मी की पूजा बहुत भक्ति और समर्पण के साथ की जाती है।
दिवाली के दिन लोग अपने घरों को साफ-सुथरा करते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। इस दिन लोग एक-दूसरे को मिठाइयां और उपहार देते हैं। दिवाली का त्योहार खुशी और उल्लास का प्रतीक है।