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नवरात्रि 2023: मां शैलपुत्री की पूजा विधि, मंत्र और शुभ मुहूर्त

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नवरात्रि 2023 मां शैलपुत्री की पूजा विधि, मंत्र और शुभ मुहूर्त

नवरात्रि 2023: मां शैलपुत्री की पूजा विधि, मंत्र और शुभ मुहूर्त

नवरात्रि 2023 का पहला दिन 15 अक्टूबर, 2023 को है। इस दिन मां
शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इस लेख में, हम आपको मां शैलपुत्री की पूजा
विधि, मंत्र और शुभ मुहूर्त के बारे में बताएंगे।

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मां शैलपुत्री पूजा का शुभ मुहूर्त:

15 अक्टूबर को सुबह 11.28 से 12.23 बजे तक

नवरात्रि 2023 मां शैलपुत्री की पूजा विधि, मंत्र और शुभ मुहूर्त

 

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त:

पंडित हतिंदर शास्त्री के अनुसार कलश स्थापना हमेशा अभिजीत मुहूर्त और प्रतिपदा तिथि पर करना शुभ माना जाता है। इस बार अभिजीत मुहूर्त 15 अक्टूबर को सुबह 11.38 बजे शुरू होगा। यह महूर्त दोपहर 12:23 बजे तक रहेगा। दोपहर 12 बजकर 24 मिनट पर वैधृति योग प्रारंभ होगा। इस प्रकार अस्सु के नराता में कलश स्थापना का शुभ समय मात्र 45 मिनट है।

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मुख्य सामग्री:

  • कलश
  • जल
  • गंगाजल
  • शुद्ध मिट्टी
  • चावल
  • अक्षत
  • नारियल
  • कलावा
  • लाल कपड़ा
  • सुपारी
  • फूल
  • धूप
  • दीप
  • अगरबत्ती
  • फल
  • मिठाई

मां शैलपुत्री पूजा विधि:

  • सबसे पहले पूजा स्थल को साफ कर लें।
  • फिर कलश स्थापना करें।
  • इसके बाद मां शैलपुत्री की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
  • देवी को अखंड, सफेद फूल, धूप, दीप, फल और मिठाई अर्पित करें।
  • पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करें।
  • पूजा समाप्त होने के बाद मां शैलपुत्री की आरती करें।

नवरात्रि के पहले दिन सबसे पहले पूजा और घटष्ठामन करें। इसके बाद मां शैलपुत्री की पूजा करें. देवी को अखंड, सफेद फूल, धूप, दीप, फल और मिठाई अर्पित करें। पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करें और फिर माता शैलपुत्री की पूजा करें। पूजा के बाद पूरी श्रद्धा के साथ घी के दीपक से मां शैलपुत्री की आरती करें। पूजा समाप्त होने के बाद मां शैलपुत्री से प्रार्थना करें। देवी मां को दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं।

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मां शैलपुत्री पूजा मंत्र:

  • **ओम जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा!
  • सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
  • शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते॥

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